SEXUAL PROBLEMS DUE TO CVD: BEST SEXOLOGIST IN PATNA, BIHAR | DR. SUNIL DUBEY IN BIHAR
हृदय रोग (सीवीडी) और यौन स्वास्थ्य: -
कार्डियोवैस्कुलर की समस्या हृदय रोग से जुड़ा हुआ है, हृदय की एक ऐसी स्थिति जिसमें रोगग्रस्त वाहिकाएँ, संरचनात्मक समस्याएँ और रक्त के थक्के शामिल होते हैं। हृदय रोग के सबसे आम प्रकार में कोरोनरी धमनी रोग, उच्च रक्तचाप, हृदय गति रुकना, कंजेस्टिव हार्ट फेलियर, अतालता, परिधीय हृदय रोग, स्ट्रोक और जन्मजात हृदय रोग शामिल हैं।
आज के यह सत्र हृदय रोग के कारण होने वाली यौन स्वास्थ्य समस्याओं से संबंधित है। हृदय रोग के कारण व्यक्ति के उसके यौन जीवन में क्या-क्या परेशानियां होती है। विश्व प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य डॉ. सुनील दुबे, जो पटना में सर्वश्रेष्ठ सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर भी हैं, कहते हैं कि हृदय, किडनी और मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के लिए दवाएँ लेते समय व्यक्ति को हमेशा सावधान रहना चाहिए, क्योंकि कुछ दवाओं का शरीर पर दुष्प्रभाव भी होता है। अतः अनुभवी डॉक्टर की देख-रेख में ही हृदय सम्बन्धी दवाओं का सेवन करे।
सी.वी.डी. (हृदय रोग) के कारण यौन स्वास्थ्य पर होने वाले प्रभाव:
डॉ. सुनील दुबे आयुर्वेदिक चिकित्सा अनुसंधान, सेक्सोलॉजी चिकित्सा विज्ञान, यौन स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर के विशेषज्ञ हैं जो पटना, बिहार के दुबे क्लिनिक में एक सीनियर क्लिनिकल सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर के रूप में काम करते हैं। उनका कहना है कि हृदय रोग हमेशा व्यक्ति के यौन स्वास्थ्य को प्रभावित करता है और इस समस्या के कारण व्यक्ति कई तरह के गुप्त व यौन रोगों से पीड़ित हो सकता है जैसे-
इरेक्टाइल डिसफंक्शन (ईडी): हृदय रोग हमेशा लिंग क्षेत्र में रक्त के प्रवाह को कम करता है।
कामेच्छा में कमी (डीएल): हार्मोन असंतुलन, तनाव और चिंता हृदय रोग के जोखिम को बढ़ाते हैं।
यौन संतुष्टि में कमी: हृदय की समस्याओं के कारण दर्द, थकान और सांस की तकलीफ बढ़ सकती है और व्यक्ति को यौन संतुष्टि में कमी का अनुभव हो सकता है।
एसटीआई का जोखिम बढ़ जाता है: हृदय रोग पुरुषों में प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर करता है और यौन संचारित संक्रमणों के जोखिम को बढ़ाता है।
कार्डियोवैस्कुलर के तंत्र को समझना:
एथेरोस्क्लेरोसिस: रक्त वाहिकाओं का संकुचित होना, रक्त प्रवाह को कम करना।
एंडोथेलियल डिसफंक्शन: बिगड़ा हुआ रक्त वाहिका कार्य।
हार्मोनल असंतुलन: कम टेस्टोस्टेरोन और बढ़ा हुआ कोर्टिसोल।
सूजन: बढ़ा हुआ ऑक्सीडेटिव तनाव।
हृदय रोग के जोखिम कारक जो यौन स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं:
डॉ. सुनील दुबे, बिहार के सर्वश्रेष्ठ सेक्सोलॉजिस्ट जो भारत के सबसे सफल आयुर्वेदिक चिकित्सा शोधकर्ता रहे हैं, जिन्होंने पुरुषों के विभिन्न गुप्त व यौन विकारों जैसे इरेक्टाइल डिस्फंक्शन, शीघ्रपतन, कम कामेच्छा और संक्रामक यौन समस्याओं पर अपना सफल शोध किया है। उनका कहना है कि हृदय रोग न केवल यौन स्वास्थ्य को प्रभावित करता है, बल्कि समग्र स्वास्थ्य स्थिति को भी प्रभावित करता है। यहाँ, दैनिक जीवनशैली हमेशा व्यक्तिगत स्वास्थ्य के लिए मायने रखती है। आइए उन सभी हृदय रोग जोखिम कारकों पर एक नज़र डालते हैं जो यौन स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालते हैं।
उच्च रक्तचाप: उच्च रक्तचाप रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाते है।
मधुमेह: तंत्रिका क्षति और रक्त प्रवाह में कमी का होना।
हाइपरलिपिडिमिया: उच्च कोलेस्ट्रॉल और एथेरोस्क्लेरोसिस का होना।
धूम्रपान: संवहनी क्षति और रक्त प्रवाह में कमी का होना।
मोटापा: सूजन और हार्मोनल असंतुलन का होना।
सी.वी.डी. उपचार के यौन स्वास्थ्य परिणाम:
दवाओं के दुष्प्रभाव: ईडी और कामेच्छा में कमी का होना।
सर्जरी जटिलताएँ: ईडी और मूत्र असंयम का होना।
जीवनशैली में बदलाव: शारीरिक गतिविधि में कमी का होना।
सी.वी.डी. (हृदय रोग) के साथ यौन स्वास्थ्य का प्रबंधन कैसे करें:
भारत में, हृदय रोग लोगो के बीच एक बड़ी चिंता का विषय है, खासकर पुरुषों में। इंडियन हार्ट एसोसिएशन (आई.एच.ए.) के अनुसार, भारतीय पुरुषों में होने वाले सभी दिल के दौरे में से 50% 50 वर्ष से कम आयु के होते हैं और 25% 40 वर्ष से कम आयु के होते हैं। वैश्विक औसत को देखते हुए भारतीय लोगों के लिए यह चिंताजनक स्थिति है।
किसी स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से परामर्श लें।
सी.वी.डी. जोखिम कारकों की निगरानी करें और उनका प्रबंधन करना।
स्तंभन दोष और कम कामेच्छा का समाधान करना।
नियमित व्यायाम करना।
तनाव कम करने वाली तकनीकों का अभ्यास करना।
आयुर्वेदिक उपचार और हर्बल उपचार का उपयोग करना।
आयुर्वेदिक चिकित्सा-उपचार के लिए दुबे क्लिनिक से अपॉइंटमेंट लें:
डॉ. सुनील दुबे बताते हैं कि आयुर्वेदिक उपचार और दवा किसी भी गुप्त व यौन समस्या के समाधान की सबसे सुरक्षित, सबसे अच्छी और सबसे विश्वसनीय प्राकृतिक चिकित्सा प्रणाली है। इस आयुर्वेदिक दवा का शरीर पर कोई साइड इफेक्ट नहीं है और मधुमेह, हृदय रोगी या कोई भी रोगी अपने-अपने गुप्त व यौन समस्याओं को सुधारने के लिए इसका उपयोग कर सकते है। यह आयुर्वेदिक दवा समस्त गुप्त व यौन समस्याओं से मरीज को पूरी तरह राहत दिलाती है।
वे दुबे क्लिनिक में हर दिन प्रैक्टिस करते हैं, जहाँ विभिन्न प्रकार के गुप्त व यौन रोगी अपना इलाज, दवा और परामर्श लेने आते हैं। वह उन सभी को उनकी गुप्त व यौन समस्याओं के वास्तविक कारणों का पता लगाने और आयुर्वेदिक उपचार प्रदान करने में मदद करते हैं। अपने आयुर्वेदा व सेक्सोलॉजी मेडिसिन करियर में, अब तक उन्होंने भारत के 4.58 लाख से अधिक गुप्त व यौन रोगियों का सफलतापूर्वक इलाज किया है। दुबे क्लिनिक के साथ फ़ोन पर अपॉइंटमेंट बुक करें और अपनी सभी गुप्त व यौन समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए निदान और उपचार प्राप्त करने के लिए क्लिनिक पर जाएँ। सही निर्णय लेना और आयुर्वेद का उपयोग करना स्वस्थ यौन जीवन की 100% गारंटी है।
और अधिक जानकारी के लिए: -
दुबे क्लिनिक
भारत का प्रमाणित आयुर्वेदा व सेक्सोलोजी क्लिनिक
डॉ. सुनील दुबे, सीनियर सेक्सोलॉजिस्ट
हेल्पलाइन नंबर: +91 98350-92586
स्थान: दुबे मार्केट, लंगर टोली, चौराहा, पटना-04
कार्डियोवैस्कुलर की समस्या हृदय रोग से जुड़ा हुआ है, हृदय की एक ऐसी स्थिति जिसमें रोगग्रस्त वाहिकाएँ, संरचनात्मक समस्याएँ और रक्त के थक्के शामिल होते हैं। हृदय रोग के सबसे आम प्रकार में कोरोनरी धमनी रोग, उच्च रक्तचाप, हृदय गति रुकना, कंजेस्टिव हार्ट फेलियर, अतालता, परिधीय हृदय रोग, स्ट्रोक और जन्मजात हृदय रोग शामिल हैं।
आज के यह सत्र हृदय रोग के कारण होने वाली यौन स्वास्थ्य समस्याओं से संबंधित है। हृदय रोग के कारण व्यक्ति के उसके यौन जीवन में क्या-क्या परेशानियां होती है। विश्व प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य डॉ. सुनील दुबे, जो पटना में सर्वश्रेष्ठ सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर भी हैं, कहते हैं कि हृदय, किडनी और मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के लिए दवाएँ लेते समय व्यक्ति को हमेशा सावधान रहना चाहिए, क्योंकि कुछ दवाओं का शरीर पर दुष्प्रभाव भी होता है। अतः अनुभवी डॉक्टर की देख-रेख में ही हृदय सम्बन्धी दवाओं का सेवन करे।
सी.वी.डी. (हृदय रोग) के कारण यौन स्वास्थ्य पर होने वाले प्रभाव:
डॉ. सुनील दुबे आयुर्वेदिक चिकित्सा अनुसंधान, सेक्सोलॉजी चिकित्सा विज्ञान, यौन स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर के विशेषज्ञ हैं जो पटना, बिहार के दुबे क्लिनिक में एक सीनियर क्लिनिकल सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर के रूप में काम करते हैं। उनका कहना है कि हृदय रोग हमेशा व्यक्ति के यौन स्वास्थ्य को प्रभावित करता है और इस समस्या के कारण व्यक्ति कई तरह के गुप्त व यौन रोगों से पीड़ित हो सकता है जैसे-
इरेक्टाइल डिसफंक्शन (ईडी): हृदय रोग हमेशा लिंग क्षेत्र में रक्त के प्रवाह को कम करता है।
कामेच्छा में कमी (डीएल): हार्मोन असंतुलन, तनाव और चिंता हृदय रोग के जोखिम को बढ़ाते हैं।
यौन संतुष्टि में कमी: हृदय की समस्याओं के कारण दर्द, थकान और सांस की तकलीफ बढ़ सकती है और व्यक्ति को यौन संतुष्टि में कमी का अनुभव हो सकता है।
एसटीआई का जोखिम बढ़ जाता है: हृदय रोग पुरुषों में प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर करता है और यौन संचारित संक्रमणों के जोखिम को बढ़ाता है।
कार्डियोवैस्कुलर के तंत्र को समझना:
एथेरोस्क्लेरोसिस: रक्त वाहिकाओं का संकुचित होना, रक्त प्रवाह को कम करना।
एंडोथेलियल डिसफंक्शन: बिगड़ा हुआ रक्त वाहिका कार्य।
हार्मोनल असंतुलन: कम टेस्टोस्टेरोन और बढ़ा हुआ कोर्टिसोल।
सूजन: बढ़ा हुआ ऑक्सीडेटिव तनाव।
हृदय रोग के जोखिम कारक जो यौन स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं:
डॉ. सुनील दुबे, बिहार के सर्वश्रेष्ठ सेक्सोलॉजिस्ट जो भारत के सबसे सफल आयुर्वेदिक चिकित्सा शोधकर्ता रहे हैं, जिन्होंने पुरुषों के विभिन्न गुप्त व यौन विकारों जैसे इरेक्टाइल डिस्फंक्शन, शीघ्रपतन, कम कामेच्छा और संक्रामक यौन समस्याओं पर अपना सफल शोध किया है। उनका कहना है कि हृदय रोग न केवल यौन स्वास्थ्य को प्रभावित करता है, बल्कि समग्र स्वास्थ्य स्थिति को भी प्रभावित करता है। यहाँ, दैनिक जीवनशैली हमेशा व्यक्तिगत स्वास्थ्य के लिए मायने रखती है। आइए उन सभी हृदय रोग जोखिम कारकों पर एक नज़र डालते हैं जो यौन स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालते हैं।
उच्च रक्तचाप: उच्च रक्तचाप रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाते है।
मधुमेह: तंत्रिका क्षति और रक्त प्रवाह में कमी का होना।
हाइपरलिपिडिमिया: उच्च कोलेस्ट्रॉल और एथेरोस्क्लेरोसिस का होना।
धूम्रपान: संवहनी क्षति और रक्त प्रवाह में कमी का होना।
मोटापा: सूजन और हार्मोनल असंतुलन का होना।
सी.वी.डी. उपचार के यौन स्वास्थ्य परिणाम:
दवाओं के दुष्प्रभाव: ईडी और कामेच्छा में कमी का होना।
सर्जरी जटिलताएँ: ईडी और मूत्र असंयम का होना।
जीवनशैली में बदलाव: शारीरिक गतिविधि में कमी का होना।
सी.वी.डी. (हृदय रोग) के साथ यौन स्वास्थ्य का प्रबंधन कैसे करें:
भारत में, हृदय रोग लोगो के बीच एक बड़ी चिंता का विषय है, खासकर पुरुषों में। इंडियन हार्ट एसोसिएशन (आई.एच.ए.) के अनुसार, भारतीय पुरुषों में होने वाले सभी दिल के दौरे में से 50% 50 वर्ष से कम आयु के होते हैं और 25% 40 वर्ष से कम आयु के होते हैं। वैश्विक औसत को देखते हुए भारतीय लोगों के लिए यह चिंताजनक स्थिति है।
किसी स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से परामर्श लें।
सी.वी.डी. जोखिम कारकों की निगरानी करें और उनका प्रबंधन करना।
स्तंभन दोष और कम कामेच्छा का समाधान करना।
नियमित व्यायाम करना।
तनाव कम करने वाली तकनीकों का अभ्यास करना।
आयुर्वेदिक उपचार और हर्बल उपचार का उपयोग करना।
आयुर्वेदिक चिकित्सा-उपचार के लिए दुबे क्लिनिक से अपॉइंटमेंट लें:
डॉ. सुनील दुबे बताते हैं कि आयुर्वेदिक उपचार और दवा किसी भी गुप्त व यौन समस्या के समाधान की सबसे सुरक्षित, सबसे अच्छी और सबसे विश्वसनीय प्राकृतिक चिकित्सा प्रणाली है। इस आयुर्वेदिक दवा का शरीर पर कोई साइड इफेक्ट नहीं है और मधुमेह, हृदय रोगी या कोई भी रोगी अपने-अपने गुप्त व यौन समस्याओं को सुधारने के लिए इसका उपयोग कर सकते है। यह आयुर्वेदिक दवा समस्त गुप्त व यौन समस्याओं से मरीज को पूरी तरह राहत दिलाती है।
वे दुबे क्लिनिक में हर दिन प्रैक्टिस करते हैं, जहाँ विभिन्न प्रकार के गुप्त व यौन रोगी अपना इलाज, दवा और परामर्श लेने आते हैं। वह उन सभी को उनकी गुप्त व यौन समस्याओं के वास्तविक कारणों का पता लगाने और आयुर्वेदिक उपचार प्रदान करने में मदद करते हैं। अपने आयुर्वेदा व सेक्सोलॉजी मेडिसिन करियर में, अब तक उन्होंने भारत के 4.58 लाख से अधिक गुप्त व यौन रोगियों का सफलतापूर्वक इलाज किया है। दुबे क्लिनिक के साथ फ़ोन पर अपॉइंटमेंट बुक करें और अपनी सभी गुप्त व यौन समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए निदान और उपचार प्राप्त करने के लिए क्लिनिक पर जाएँ। सही निर्णय लेना और आयुर्वेद का उपयोग करना स्वस्थ यौन जीवन की 100% गारंटी है।
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दुबे क्लिनिक
भारत का प्रमाणित आयुर्वेदा व सेक्सोलोजी क्लिनिक
डॉ. सुनील दुबे, सीनियर सेक्सोलॉजिस्ट
हेल्पलाइन नंबर: +91 98350-92586
स्थान: दुबे मार्केट, लंगर टोली, चौराहा, पटना-04
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